प्यार क्या होता है ? - सच्चा प्यार किसे कहते हैं - What is Love - in Hindi - Pyar Kya Hota Hai

प्यार क्या होता है ? - सच्चा प्यार किसे कहते हैं - What is Love - in Hindi - Pyar Kya Hota Hai

 

प्यार क्या होता है ? - प्यार किसे कहते हैं - What is Love - in Hindi - Pyar Kya Hota Hai


 

 

प्यार क्या होता है - Pyar Kya Hota Hai

Pyar Kya Hota Hai या प्यार किसे कहते हैं ऐसे सवाल आपके मन में कभी ना कभी जरूर आते होंगे । आखिर यह प्यार चीज क्या है हम कैसे जाने कि प्यार होता क्या है प्यार का असली मतलब होता क्या है आखिर प्यार की परिभाषा क्या है? क्योंकि जब प्यार की बात आती है तो सबसे पहले आपको अपने उस साथी दोस्त या किसी का ख्याल जरूर आता है जिसे आप दिलो जान से ज्यादा चाहते हैं । 

जिसे सबसे ज्यादा प्यार करते हैं। वह कोई भी हो सकता है जैसे आपके माता पिता आपके भाई बहन या फिर आपकी कोई प्रेमी या प्रेमिका या फिर अपने देश से प्रेम या फिर किसी भी चीज से प्रेम जिसका ख्याल आते ही आप अपने आसपास की सारी चीजों को भूल जाते हो और उसकी ख्यालों में खो जाते हो।

 

क्योंकि प्यार एक ऐसी एहसास है जिसको शब्दों में बयां करना लगभग नामुमकिन है। 

 
इस दुनिया की बात की जाए तो इस दुनिया में प्यार ही एक ऐसी एहसास है जो सब को एक दूसरे के साथ जोड़ कर रखती है प्यार से ही इस संसार के सभी लोग एक दूसरे के साथ जुड़कर रहते हैं एक दूसरे के साथ खुशियां मनाते हैं । संसार के सभी प्राणी जैसे मनुष्य पशु पक्षी , या जानवर, या कोई भी प्राणी जिसमें जीवन है वह सभी प्यार की अटूट डोर से एक दूसरे के साथ बंधे हुए हैं । अगर आप ध्यान से देखेंगे तो यह आपको जरूर पता चल जाएगा कि कुदरत ने हर तरह के प्राणी के लिए एक साथी बना के इस संसार में भेजा है। जैसे नर और नारी । 
 
आप ध्यान से देखेंगे तो यह आसानी से जान जाएंगे कि संसार में जितने भी प्राणी हैं उन सब का जोड़ा ईश्वर ने पहले ही रच दिया है। क्योंकि इस संसार में कोई भी व्यक्ति अकेला एक पल भी रह नहीं सकता उसको जीवन जीने के लिए जीवन साथी की जरूरत पड़ती है । और जीवन साथी के बगैर कोई अकेले किसलिए जिएगा जीने के लिए कोई ना कोई वजह चाहिए 
 
इसी को ध्यान में रखते हुए ईश्वर ने हर एक के लिए जीवन साथी की रचना की है। और हर जोड़ी को इस संसार में जीने के लिए एक दूसरे के साथ पूरी जिंदगी बिताने के लिए ईश्वर ने प्यार की रचना की है । प्यार वह धागा है जो इन संसार के हर प्राणी को एक दूसरे के साथ बांध कर रखता है। बगैर प्यार की कोई भी प्राणी संसार में एक पल भी नहीं रह सकता। प्यार के एहसास की वजह से ही लोग एक दूसरे के साथ जुड़ते है और पूरी जिंदगी  साथ में बिताते हैं।
 
 
 
प्यार क्या होता है ? - प्यार किसे कहते हैं - What is Love - in Hindi - Pyar Kya Hota Hai

 
कह सकते हैं कि Pyar वह एहसास है जो संसार को चलाता है सब को एक दूसरे के साथ जोड़कर रखता है Pyar के बिना जीवन ही नहीं यह संसार रुक जाएगा। लेकिन आजकल के युवा प्यार को एक अलग नजरिए से देखते हैं प्यार का सही अर्थ हर किसी को नहीं पता होता है। 
 
आज कल के युवाओ को कभी भी प्यार हो जाता है किसी से भी जैसे एक लड़का अगर कॉलेज में जाता है या कहीं भी किसी स्थान पर जाता है अगर वह उसे कोई सुंदर लड़की दिख जाती है तो  पहली नजर में उसे उस लड़की से Pyar हो जाता है। फिर वह लड़का अपने प्यार के ख्यालों में खोने लग जाता है और इसे ही प्यार समझने लगता है। 
 
 
जोकि बिल्कुल ही गलत है अगर आप किसी को पहली बार देखें और आपको देखते ही उससे लगाव हो जाए तो इसे प्यार नहीं कहते इसे आकर्षण कहते हैं इंटरेक्ट कहते हैं । कि आपने किसी सुंदर लड़की या किसी सुंदर लड़के को देखा और आपको उससे पहली नजर में प्यार हो जाए तो इसे आप Pyar समझने लगते हैं बल्कि इसे सुंदरता का आकर्षण कहते हैं मतलब आप उसकी सुंदरता की ओर आकर्षित हो चुके हैं । और इसे आप प्यार समझते हैं 
 
जबकि यह प्यार नहीं है इसे आकर्षण कहते हैं क्योंकि हमारी आंखें हमेशा अच्छी और सुंदर चीजों को देखना पसंद करती है मान लीजिए कि आप सड़क पर जा रहे हैं और वहां पर आपको चारों और कचरा नजर आए ।  तो आप कचरे की ओर ध्यान बिल्कुल भी नहीं देंगे 
 
पल भर के लिए आपका ध्यान चला भी जाए तो आप अपना ध्यान उधर से हटा देंगे और फिर आप आगे बढ़ जाएंगे । लेकिन मान लीजिए कि कहीं आप अच्छे सड़क पर जा रहे हो जहां आसपास में सुंदर फूलों के बागान हो या फिर फलों के पेड़ हो तो आप उसे जरूर देखेंगे 
 
क्योंकि वह सुंदर है और मनमोहक भी है खुशबूदार भी है उसी तरह से अगर आपकी आंखों के सामने कोई भी सुंदर चीज आ जाती है तो आप उसको देखने लगते हैं और आप उसकी ओर आकर्षित होने लगते हैं ठीक वैसे ही जैसे आप किसी लड़के या लड़की को देखते हैं और उसकी सुंदरता आपकी आंखों को भा जाती है 
 
तो इसका मतलब यह नहीं कि आप उससे प्यार करने लगे या फिर आपको उससे प्यार हो जाता है, इसका मतलब यह है कि आप उसकी सुंदरता की ओर आकर्षित चुके हैं। इसे आकर्षण कहते हैं प्यार बिल्कुल भी नहीं कहते हैं।


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तो अब सवाल बनता है कि आखिर प्यार किसे कहते हैं प्यार का सही अर्थ क्या होता है तो आइए जानते हैं कि प्यार का सही अर्थ क्या होता है सही मायनों में प्यार का मतलब क्या है आइए जानते हैं:-

प्यार किसे कहते हैं ? :- Pyar Kya Hota Hai


प्यार एक एहसास है जिसको शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता प्यार के अहसास में डूब कर सब कुछ अच्छा लगने लगता है आसपास कुछ बुरा हो रहा भी तो भी वह सब अच्छा लगने लगता है प्यार में जब कोई पड़ता है तो उसे आसपास की सारी चीजें अच्छी लगती है और वह अपने प्यार के ख्यालों में इस कदर खो जाता है कि उसे ना दिन का पता होता है ना रात का पता होता है ना ही समय का पता होता है । 
 
वह हर पल हर वक्त अपने प्यार के ख्यालों में डूबा रहता है प्यार एक एहसास है एक फीलिंग है जिसकी कोई परिभाषा नहीं होती है Pyar को समझने के लिए सबसे पहले हमें यह समझना होगा कि हमें कब पता चलता है कि हमें प्यार हो गया है किसी से इसके लिए आपको यह समझना होगा कि जब आप किसी से मिलते हैं 
 
और उस व्यक्ति की कोई बात आपको अच्छी लगने लगती है कोई अच्छाई अच्छी लगने लगती है जैसे उसकी रूप उसके गुण उसके व्यवहार उसका अपनापन । अगर आपको अच्छा लगता है तो आपका उससे लगाव हो जाता है अगर यह लगाओ हमेशा के लिए उस व्यक्ति से या उस वस्तु से जुड़ा रहे तो जब वह व्यक्ति या वस्तु आपके सामने आए तो आप खुश होने लगे आपका मन प्रसन्न होने लगे तो समझ जाइए कि आपको उससे प्यार हो गया है। 
 
और आप उस व्यक्ति को खुश देखना चाहते हो आप चाहते हैं कि वह हर पल खुश रहे और उसके खुशी से आपको खुशी मिलती है तो इसे ही प्यार कहा जाता है यानी कि आपको उससे Pyar हो गया है क्योंकि प्यार में इंसान सामने वाले की गुड़ और व्यवहार या सुंदरता के साथ-सथ उसी की खुशी का भी ख्याल रखता है वह यही चाहता कि सामने वाला हमेशा खुश रहे उसके खुश रहने से व्यक्ति को ख़ुशी का एहसास होता है इसे ही प्यार कहते हैं। 


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सच्चा प्यार किसे कहते हैं। कैसे जाने कि हमें सच्चा प्यार हो गया है?:-


Pyar का मतलब यह नहीं होता कि आप उस व्यक्ति को पाएं अपना बनाएं प्यार का मतलब यह होता है कि आप सामने वाले की खुशी का ख्याल रखें उसको खुशी दे उसकी खुशी में खुश रहे । प्यार का मतलब होता है सबको खुश रखना ना कि खुद की खुशी के लिए दूसरों को जबरदस्ती अपना बनाना
 
सच्चा प्यार हमेशा सबकी खुशी का ख्याल रखता है सबका भला चाहता है दूसरों को खुश देखकर खुश होता है सच्चा प्यार करने वाला व्यक्ति हमेशा सबका भला चाहता है वह दूसरों को खुशी देना चाहता है दूसरों की खुशी से उसको खुशी मिलती है अगर यह एहसास अगर आपको होने लगे तो समझ लीजिए कि आपको सच्चा प्यार हो गया है उस व्यक्ति या वस्तु से।

प्यार कैसे होता है:- Pyar Kaise Hota Hai


अगर आपका दिल सच्चा है अगर आपका दिल साफ है अगर आप सब की खुशी का ख्याल रखते हैं और सब का भला चाहते हैं । आप चाहते हैं कि हर इंसान सामने वाला खुश रहे भले ही हो आपका अपना हो या कोई पराया हो या दोस्त हो या कोई और हो । सब की खुशी में अगर आपको खुशी मिलती है और आप बिना किसी स्वार्थ के सामने वाले का अच्छा चाहते हैं भला चाहते हैं तो आप एक सच्चे इंसान हैं 
 
आप प्यार को समझने वाले हैं और इस वजह से आपको किसी भी व्यक्ति वस्तु से कभी भी बिना किसी स्वार्थ के लगाव हो जाएगा और आप उसका अच्छा चाहेंगे । यह लगाव एक तरह का प्यार होता है इसे ही प्यार कहते हैं  प्यार में कोई स्वार्थ नहीं होता प्यार में हमेशा सामने वाले की खुशी होता है प्यार हमेशा सामने वाले की खुशी को देखकर खुश होता है अगर आपको सामने वाले की खुशी में खुशी मिलती है तो आपको सच्चा प्यार हो गया है।


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प्यार के कितने रूप होते हैं।:-


बिना किसी स्वार्थ के सामने वाले का अच्छा चाहना भला चाहना प्यार कहलाता है और यह प्यार आपको किसी से भी हो सकता है अपने माता-पिता भाई-बहन दोस्त रिश्तेदार टीचर, देश, प्रेमी-प्रेमिका  या अपनी पत्नी किसी से भी हो सकता है । निस्वार्थ प्रेम किसी से भी हो सकता है इसे प्यार कहते हैं यह प्यार के अलग-अलग रूप हैं। 
 
इन सभी प्रकार के लोगों से प्यार करना यानी कि आपका निस्वार्थ प्रेम ही सच्चा प्रेम कहलाता है प्यार किसी से भी हो सकता है अगर आपका प्यार सच्चा है निस्वार्थ है तो सही मायने में आप उस व्यक्ति से सच्चा प्यार करते हैं। प्यार का मतलब किसी को पाना नहीं होता है बल्कि सामने वाले की खुशी में खुश होना होता है ।


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प्यार क्यों होता है :- Pyar Kyon Hota Hai


ईश्वर ने हर किसी को इस धरती पर जन्मा है और हर व्यक्ति में प्राणी में पशु पक्षी में अच्छे और बुरे वस्तु को जानने का विचार व बुद्धि हर प्राणी में दिया है। इसलिए हर व्यक्ति या हर प्रकार के पशु पक्षी या जानवर अच्छी और बुरी चीजों को आसानी से माप लेते हैं उन्हें पता चल जाता है 
 
कौन सी चीज अच्छी है कौन सी बुरी है कौन सी चीज उन्हें अच्छा फील कराएगी और कौन सी चीज उन्हें बुरा फील कराएगी । यह विचार हर प्राणी में होती है वह किसी चीज को देखकर सुनकर यह जान जाते हैं कौन सी चीज अच्छी है या बुरी इस विचार से वह अच्छी चीजों को अपनाते हैं और बुरी चीजों को इग्नोर करते हैं ।
 
इसी प्रकार हर व्यक्ति भी यह भली भांति जानता है कौन सी चीज उसे खुशी देती है और कौन सी चीज उसे बुरा फील कराती है इसलिए हर व्यक्ति अच्छी चीजें देखना पसंद करता है और  अच्छी चीजों को पाना पसंद करता है और उसे हमेशा अच्छाई की तलाश होती है और अच्छी चीजों को मापने के लिए Pyar की भावना का एहसास 
 
ईश्वर ने हर प्राणी में दिया है वह किसी भी चीज को जब देखता है तो उसको प्यार की नजरों से ही देखता है जब कोई चीज उसे अच्छी लगती है तो उस व्यक्ति को उस व्यक्ति से या उस वस्तु से लगाव हो जाता है एक प्रकार का प्यार हो जाता है । इसलिए जब आपकी आंखों के सामने कोई ऐसी चीज है जो अच्छा हो जो आपको खुशी देता हो तो ऑटोमेटिक आपको उससे लगाव हो जाएगा आपको उससे Pyar हो जाता है। 
 
 

झूठा प्यार किसे कहते हैं ? :-


लेकिन अगर आपको किसी चीज को पाने की सनक लग जाती है तो यह प्यार नहीं कहलाता है यह आकर्षण कहलाता है एक प्रकार का स्वार्थ कहलाता है। याद रखें किसी चीज की खुशी में खुश होना उसका भला जाना अच्छा चाहना साथ देना सच्चा प्यार कहलाता है लेकिन जब आप किसी चीज को बिना उसकी मर्जी के पाना चाहते हैं तो यह सच्चा प्यार नहीं बल्कि आपका निजी स्वार्थ कहलाता है जिसे आप प्यार का नाम देते हैं। अगर आप किसी को चाहते हैं किसी व्यक्ति को चाहते हैं । 
 
मान लीजिए कि आप किसी लड़की को चाहते हैं उसे पाना चाहते हैं अगर वह भी आपको प्रेम करती है जितना आप उसे चाहते हो और वह भी अगर आपको इतना चाहती है अगर वह आपके साथ जाने को तैयार है तो इसे प्यार कहते हैं । अगर केवल आप चाहते हैं 
 
अगर उसको आप से कोई लगाव ना हो तो इसे एक तरफा प्यार कहते हैं इसे स्वार्थ प्रेम कहते हैं और यह गलत होता है सच्चे प्यार में सामने वाले की खुशी में खुश होना ही सच्चा प्यार कहलाता है अगर आपका पार्टनर आपको नहीं चाहता है वह आपसे प्यार नहीं करता और आप एक तरफा उससे प्यार करते हैं तो इसे प्यार कहना गलत होगा क्योंकि सच्चे प्यार में सामने वाली की खुशी को देखा जाता है ना कि अपनी खुशी को देखा जाता है

सपने में अपने प्यार को देखने का मतलब क्या होता है :-


सपने में किसी चीज को देखना का सही मतलब यह होता है कि आपको उस से लगाव हो गया है आप उसे पाना चाहते हैं या आप उसकी ख्यालों में दिन भर खोए रहते हैं । अगर आप जागते समय काम करते समय किसी खास व्यक्ति को बार-बार याद करते हैं । 
 
उसके ख्यालों में खोए रहते हैं तो वही व्यक्ति आपके सपनों में आएगा ही आएगा और उससे जुड़े सपने आपको बिल्कुल ही आएंगे इसका मतलब यह नहीं कि आपको उससे सच्चा प्यार हो गया है सपने जो होते हैं वह हमारी दैनिक दिनचर्या के सोच विचार से जुड़े हुए होते हैं ।अगर हम सोते जागते 
 
किसी खास व्यक्ति या वस्तु के बारे में बार-बार सोचते हैं तो उस व्यक्ति से जुड़ा विचार हमें सपनों के माध्यम से दिखाई देगा हमें सपनों में वही व्यक्ति दिखाई देगा सपनों में हम उससे मिलते जुलते बात करते हुए दिखाई देंगे इसका मतलब यह नहीं होता है कि आपको उससे सच्चा प्यार हो गया है 
 
किसी खास वस्तु या व्यक्ति के बारे में लगातार सोचना या उसके बारे में विचार करना यही विचार हमें सपनों के माध्यम से दिखाई देने लगते हैं जिससे हम प्यार समझने लगते हैं बल्कि इससे एक प्रकार का लगाव कहेंगे आकर्षण कहेंगे यह एक प्रकार का आकर्षण कहलाता है इसे प्यार नहीं कहते।
 
प्यार दो व्यक्तियों के बीच में तभी हो सकता है जब दोनों को एक दूसरे से लगाव हो दोनों एक दूसरे के ख्यालों में खोए रहते हो दोनों एक दूसरे को पाना चाहते हो । तभी इस बात को प्यार कहेंगे कि हां दोनों एक दूसरे से प्यार हो गया है या सच्चा प्यार है और प्यार में कोई स्वार्थ नहीं होता है अगर कोई व्यक्ति आपसे किसी खास वस्तु या चीज से जुड़े होने की वजह से प्यार करता है और उसे प्यार का नाम देता है तो यह प्यार नहीं कहलाता है निजी स्वार्थ कहलाता है
 
 

क्या प्यार करना जरूरी है? :-


प्यार करना कोई जरूरी नहीं है प्यार एक ऐसा एहसास है जो बिना किसी चीज को चाहे बिना  समय देखे यह कभी भी अपने आप किसी से भी हो जाता है प्यार एक प्रकार का एहसास है  जिसका पता आपको बाद में चलता है जब आपको उससे प्यार हो जाता है । आपको पता ही नहीं चलेगा कि कब आपको सामने से किसी व्यक्ति या वस्तु से प्यार हो गया जब आप उसके ख्यालों में खोए रहने लगेंगे तब आपको एहसास हो गा कि आपको उससे प्यार हो गया है।
 
वैसे एक बात बताना चाहेंगे आज के युवाओं के लिए प्यार कई प्रकार के होते हैं जैसे देश प्रेम, माता-पिता से प्रेम, भाई बहन से प्रेम, दोस्त रिश्तेदार से प्रेम, किसी खास वस्तु से प्रेम । प्यार के कई रूप होते हैं 

लेकिन यहां हम बात कर रहे हैं एक प्रेमी प्रेमिका की प्रेम कहानी के बारे में जिसके विचार आपके दिमाग में इस समय चल रहे हैं आप यही जानना चाहते हैं ना कि आपको किसी लड़के या लड़की से प्रेम करना चाहिए या नहीं तो आइए हम आपको बताते हैं।

Pyar करना कोई गलत बात नहीं है प्यार तो सही मायने में ईश्वर के पूजा करने के समान होता है। लेकिन प्यार करने के लिए जब आप किसी को चाहते हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि आपको उससे पाना ही प्यार कहलाएगा जब सामने वाला भी आपको चाहे और आप उसे चाहे तो आप इसे प्यार का नाम दे सकते हैं । आप उससे प्यार कर सकते हैं लेकिन अगर आपको सामने वाला ना चाहे अगर आप  उससे प्यार करते हैं और उसे पाना चाहते हैं तो इसे प्यार नहीं कहा जाएगा। 



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अपने प्यार को कैसे पाए ? :-


हम तो यही कहेंगे कि जिंदगी में अगर आपको जीवन साथी की जरूरत है तो आप जीवनसाथी को पाने की ख्वाहिश अपने मन में रखिए मगर उससे पहले आप अपने आप को उस लायक बना दीजिए । कि हर कोई आप से प्यार करें । अगर आजकल के युवाओं को देखा जाए तो स्कूल कॉलेज लाइफ से ही प्यार के चक्कर में पड़ जाते हैं और प्यार के चक्कर में पड़कर अपनी जिंदगी बर्बाद कर लेते हैं 
 
वह प्यार को समझते ही नहीं है कि प्यार कब और क्यों किया जाता है । प्यार किस समय करना उचित होता है या नहीं । आजकल के युवा एक लड़की से या एक लड़के से पहली नजर में मिलने को ही प्यार समझ लेते हैं । जबकि यह सुंदरता का आकर्षण कहलाता है इसे प्यार नहीं कहते हैं आप को प्यार करने का हक है प्यार को पाने का भी हक है । 

मगर Pyar को पाना या चाहना तब उचित होगा जब आप अपने आपको उस लायक बना ले । प्यार के लिए तो सारी जिंदगी पड़ी है जब एक बार आप अपनी जिंदगी में सक्सेस पा लेंगे तो आपकी जिंदगी में प्यार की कमी नहीं रहेगी । हर कोई आपको प्यार करेगा हर कोई आप को सपोर्ट करेगा 
 
सबसे पहले आपको यह समझना होगा कि अगर आप एक कॉलेज स्टूडेंट है अगर आप प्यार के चक्कर में पड़ते हैं तो आप बहुत ही गलत करने जा रहे हैं । आपको शादी तो करनी है अपनी प्रेमिका से या फिर किसी से भी उसे आपको शादी के बाद भी प्यार हो जाएगा और आप चाहे तो पहले भी प्यार हो जाएगा । 
 
लेकिन सबसे ज्यादा जरूरी होता है कि आप अपने आप को उस लायक बनाए क्योंकि आजकल के युवाओं को देखा गया है कि प्यार के चक्कर में पड़कर वह अपने मां बाप घर बार छोड़ देते हैं अपने पराए तक भी छोड़ देते हैं । प्यार के चक्कर में पड़कर अपनी कॉलेज लाइफ ही बर्बाद कर लेते हैं और भटक जाते हैं जबकि आप अपने आप को उस लायक बना लीजिए कि हर कोई आप को प्यार करें 
 
आप अपनी पढ़ाई पूरी कीजिए आप जॉब कीजिए कोई नौकरी कीजिए आप अपनी आमदनी बढ़ाइए फाइनेंसियल कंडीशन को फ्री कीजिए उसके बाद आप किसी से भी शादी कर सकते हैं प्यार कर सकते हैं आपको कोई रोक-टोक नहीं होगी लेकिन अगर आप कॉलेज लाइफ में है और बिना पढ़ाई पूरी कीए ही प्यार के चक्कर में पड़ेगे तो आप बर्बाद हो  जाएंगे । 

क्योंकि आकर्षण प्यार नहीं कहलाता है जो आजकल के युवा समझते हैं आप को प्यार करने के लिए पूरी जिंदगी मिलेगी आप अपने आप को देखिए पढ़ने और नौकरी करने के समय में अगर आप प्यार के चक्कर में पड़ेंगे तो अब बर्बाद हो करके रह जाएंगे । 
 
एक बार आपको जब  सक्सेस मिल जाए नौकरी मिल जाए और आपकी फाइनेंसियल कंडीशन  सही हो जाए तो उसके बाद आप जिस से शादी करेंगे उससे प्यार करने के लिए आपके पास पूरी जिंदगी पड़ी है आप पूरी जिंदगी अपने लाइफ पार्टनर को प्यार कर सकेंगे एक दूसरे को समझ पाएंगे 

लेकिन जिंदगी में कुछ बनने के बजाय प्यार के चक्कर में पड़ना बहुत ही गलत बात होता है प्यार करने के लिए पूरी जिंदगी पड़ी है सबसे पहले आप अपने आप को उस लायक बनाए कि कोई आपसे प्यार कर सके क्योंकि केवल प्यार से पेट नहीं भरता है जीने के लिए बहुत सारे पैसों की जरूरत पड़ती है घरबार की जरूरत पड़ती है । माता-पिता सभी की इच्छाओं की जरूरत पड़ती है सभी के साथ का जरूरत पड़ती है । 
 
एक प्यार के लिए माता-पिता पढ़ाई लिखाई नौकरी को छोड़ देना और प्यार के चक्कर में पड़ जाना बहुत ही गलत बात होता है । जब आप अपने आप सही मायने में एक अच्छा बेटा एक अच्छा जीवनसाथी बनने लायक हो जाएंगे तो आप को प्यार करने वालों की कभी कमी नहीं होगी । आपको प्यार करने वाले बहुत सारे मिल जाएंगे जब आपके पास सब कुछ रहेगा । 
 
 
लेकिन जब आपके पास कुछ नहीं रहेगा तो आपसे जो प्यार करेगा वह भी आपका साथ छोड़ कर चला जाएगा इसलिए सबसे पहले आप अपने आप को बनाने पर ध्यान दीजिए अपने आप को सक्सेसफुल बनाइए जीवन में सफलता हासिल कीजिए प्यार के लिए पूरी जिंदगी पड़ी है प्यार एक ही बार होता है अपने जीवनसाथी से वह आपको जब मिलना हो मिल जाएगा

सच्चे प्यार की परिभाषा क्या होती है :-


सच्चे प्यार में कोई स्वार्थ नहीं होता है उसमें बिना सामने वाले से कुछ चाहे उसको प्यार करना उसकी खुशी में खुश होना सच्चा प्यार कहलाता है । अगर आपका पार्टनर या आप किसी से प्यार करते हैं और बिना उससे कुछ एक्सपेक्ट किए बिना किसी स्वार्थ की आप प्यार करते हैं तो यह सच्चा प्यार कहलाता है । इसके अलावा सच्चे प्यार का मतलब यह भी होता है कि आप अगर किसी से प्यार करते हैं अगर वह भी आपसे उतना ही प्यार करता है तो यह सच्चा प्यार कहलाता है 
 
अगर आप किसी से प्यार करते हैं अगर वह आपसे प्यार नहीं करता है तो यह एकतरफा प्यार कहलाता है इसको प्यार कहना गलत होगा बल्कि आकर्षण कहना सही होगा क्योंकि आपको उसकी खूबसूरती भाग गई है आपको उससे लगाव हो गया है जिसे आप Pyar कह रहे हैं 
 
सच्चे प्यार में बिना किसी स्वार्थ के एक दूसरे को चाहना सच्चा प्यार कहलाता है अगर एक तरफा प्यार है यानी बिना उसकी इच्छा के अगर आप उससे चाहते हैं और उसे पाना चाहते हैं तो यह प्यार नहीं कहलाता है सच्चे प्यार का मतलब सामने वाले की खुशी में खुश होना उसको खुश देख कर खुश होना उसका भला चाहना उसका अच्छा चाहना सच्चा प्यार कहलाता है।
 

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प्यार में अक्सर धोखा क्यों मिलता है :-


प्यार में अक्सर धोखा इसलिए मिलता है कि सामने वाला आपसे सच्चा प्यार नहीं करता वह केवल आपसे प्यार के नाम पर खिलवाड़ करता है आपको यह अहसास नहीं हो पाता है कि आपसे सच्चा प्यार सामने वाला करता है या नहीं । आप बस उसकी खूबसूरती में उसकी बातों में इतना खो जाते हैं कि उसके प्यार का एहसास आपको होता ही नहीं है । आप बस अपना प्यार देते हैं आप  उसको चाहने लगते हैं उसको पाना चाहते हैं । 
 
आप सामने वाले को इतना एहसास करा देते हैं कि आप उसके बिना जी नहीं सकते बस इसी बात का वह फायदा उठाने लगता है ।वह आपको धोखा देने लगता है सच्चे प्यार में जितना आप उसे चाहते हैं वह भी आपको उतना ही चाहेगा जितना याद आप उसको करते हैं जितना बात आप उससे करते हैं उतना ही अगर वह भी आपसे बातें करने लगता है पूछता है । तो यह सच्चा प्यार कहलाता है इसमें धोखा मिलने की गुंजाइश बहुत ही कम होती है 

लेकिन अगर आप उससे लगातार चाहे जाए उसको पाना चाहे पूरी दिन-रात उससे बात करते रहे उसे ख्यालों में खोए हैं अगर उतना प्यार वह सामने वाला आपसे ना करें अगर मान लीजिए कि आप उसे दिन में 10 बार फोन करते हैं और वह दिन में एक दो बार फोन करें या फिर फोन ही ना करें  तो यह सच्चा प्यार नहीं कहलाता है सच्चे प्यार में अगर आप उससे 2 दिन बात ना करें और वह भी आपसे बिना बात किए हुए ना रह सके अगर पलट के उधर से वह फोन करें बात करें आपसे मिलने की बार-बार कोशिश करें तो 
 
समझ लीजिए कि वह प्यार करता है अगर आप किसी को चाहते हैं उससे बात करना चाहते हैं । अगर मान लीजिए कि आप कभी कभार उससे बात ना कर पाए है एक-दो दिन या 1 हफ्ते के लिए उससे दूर हो जाए अगर वह आपसे सच्चा प्यार करता होगा तो आपसे जरूर कांटेक्ट करेगा आपसे बात करेगा।
अगर वह आपको इग्नोर करता है आपके फोन कॉल को काट कर देता है फोन रिसीव नहीं करता है ।वह आपको फोन ज्यादातर नहीं करता तो इसका मतलब कि वह आपसे सच्चा प्यार नहीं करता है वह आपको कभी भी धोखा दे सकता है।

प्यार में दिल टूट जाने पर दर्द क्यों होता है :-


प्यार में दिल टूट जाने पर दर्द इसलिए होता है कि आप उससे लगातार चाहे जाते हैं आप उसके ख्यालों में खोए रहते हैं । आप अपनी जिंदगी में उसको इतना इंपॉर्टेंट दे देते हैं कि आप उसके बिना जी ही नहीं सकते हैं । आप अपनी जिंदगी में उसको अपने माता पिता भाई बहन मां बाप रिश्ते नाते से सबसे ज्यादा उसको चाहने लगते हैं । सबसे ज्यादा उसको याद करने लगते हैं 
 
और जब वह आपको याद नहीं करता है तो आपको दर्द होता है आप उसके बिना रह नहीं पाते हैं इसलिए जब प्यार में कोई आपको धोखा दे तो आप उसको इग्नोर कर दीजिए याद रखिए सबसे ज्यादा प्यार करने वाले आपके माता-पिता होते हैं । 
 
आपके माता-पिता से ज्यादा आपको प्यार कोई नहीं कर सकता आपके भाई बहन से ज्यादा प्यार आपको कोई नहीं कर सकता । अगर आपका प्यार आपको धोखा देता है तो आप उसको इग्नोर कर दीजिए आप अपने आप को किसी काम में व्यस्त रखिए किसी नौकरी में आप अपने पढ़ाई लिखाई में । 
 
आप अपने परिवार के साथ समय बिताए आप उसको इंपॉर्टेंट मत दीजिए । आप उसको अपने ख्यालों में मत रखिए आप अपने परिवार के साथ इंजॉय कीजिए आप अपने माता पिता को भाई बहन को सबसे ज्यादा प्यार कीजिए । उनसे ज्यादा प्यार आपको कोई नहीं करेगा 
 
और जब आप अपने परिवार में अपने काम में व्यस्त हो जाएंगे तो आपको अपने प्यार का याद नहीं आएगा और ना ही दर्द होगा और आप जिंदगी में आगे बढ़ जाएंगे । लेकिन अगर आप अपने माता-पिता भाई-बहन अपने नौकरी अपने पढ़ाई लिखाई को छोड़कर दिनभर अपने प्यार के ख्यालों में खोए रहेंगे जो आपको धोखा दे चुका है । तो आप कभी भी इस प्रॉब्लम से निकल नहीं पाएंगे इसका सीधा सा यही उपाय है कि अगर आपको कोई धोखा देता है तो आप उसको इग्नोर कर दीजिए 
 
हमेशा के लिए भूल जाइए और अपने जीवन में आगे बढ़े आप अपने आप को अपने कामकाज में व्यस्त रखिए अपने परिवार में ध्यान दीजिए अपने आपको धोखेबाज से दूर कर लीजिए  ।आप अपनी जिंदगी में अपने माता-पिता भाई को सबसे पहले इंपॉर्टेंट दीजिए उस धोखेबाज को आपके जिंदगी में आपके सोच में कहीं भी मत रखिए । क्योंकि वह धोखा देकर आगे बढ़ चुका है तो आप भी उसको इग्नोर कीजिए और अपनी जिंदगी में आगे बढ़े।


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किसी को प्यार करना गलत है या सही :-

 
किसी को Pyar करना गलत नहीं है मगर हर काम के लिए एक समय होता है । जैसे बचपन खेलने कूदने मस्ती करने के लिए होता है पढ़ने के लिए होता है ।और किशोर अवस्था पढ़ लिख कर बिजनेस करने के लिए होता है या नौकरी करने के लिए होता है ‌‌ ठीक वैसे ही शादी करने के लिए भी एक समय होता है 
 
अगर आप किसी को चाहते हैं उसे पाना चाहते हैं तो मान लीजिए कि आपको उसको पाना या आप उससे शादी करना चाहते हो । उसे अपना जीवनसाथी बनाना चाहते हैं तो यह आपको जीवन में एक बार ही करना है तो इसके लिए एक सही समय होता है । 
 
सबसे पहले आपको अपनी पढ़ाई लिखाई पूरी करके एक अच्छी जॉब पानी होती है या फिर कोई बिजनेस करना होता है जब आप जॉब में या बिजनेस में आपको सक्सेस मिल जाती है । तब आप जीवन साथी के लिए कुछ भी कर सकते हैं उसको पाने के लिए आपके पास पूरा समय है । लेकिन जब आप कॉलेज लाइफ में हो या स्टूडेंट लाइफ में हो अगर आप प्यार के चक्कर में पड़ेंगे तो आपको केवल नुकसान होगा इसमें सिर्फ और सिर्फ आपका ही नुकसान होगा । 
 
इसलिए अगर आप चाहते हैं अपने प्यार को पाना तो आप प्यार करिए प्यार को पाइए लेकिन इसके लिए आपको सही समय पर यह सब करना होगा । ना कि कॉलेज लाइफ में जब आप जिंदगी में आपको सक्सेस मिल जाए उसके बाद आपके पास पूरी जिंदगी पड़ी है प्यार करने के लिए 
 
किसी को चाहने के लिए किसी को पाने के लिए आप कभी भी उसे पा सकते हैं लेकिन सबसे पहले अपने फैमिली अपने परिवार अपने जिंदगी के लक्ष्य को इंपॉर्टेंट दीजिए अपने लक्ष्य को प्राप्त कीजिए । फिर इसके बाद आप कभी भी अपने Pyar को पा सकते हैं या जीवन साथी की तलाश कर सकते हैं जीवनसाथी को पा सकते हैं सकते हैं।


क्यों सबको अपना प्यार नहीं मिल पाता है। :-


क्यों सबको अपना प्यार नहीं मिल पाता इसको समझाना थोड़ा मुश्किल है पर फिर भी हम आपको बताना चाहेंगे कि इसके कई कारण होते हैं जैसे जाती धर्म ऊंच-नीच  और धोखा जैसे कई कारण होते हैं। कई बार तो आजकल की युवा पढ़ने लिखने या जिंदगी में कुछ करने के बजाय प्यार के चक्कर में पड़ जाते हैं और बिना समय प्यार के चक्कर में पढ़ कर अपनी जिंदगी खराब कर लेते हैं । 
 
और प्यार में धोखा मिलने पर कहते हैं कि उन्हें अपना प्यार नहीं मिला इसके अलावा कई बार अपनो का साथ नहीं मिल पाने पर हमें अपने प्यार को छोड़ना पड़ता है । कई बार जिससे हम प्यार करते हैं वही हमें धोखा दे जाता है ऐसे बहुत सारे कारण होते हैं लेकिन अगर आपको अपने प्यार को पाना है या आप चाहते हैं कि आपके जिंदगी में आपको सच्चा प्यार मिले और आपके प्यार का साथ आपको जिंदगी भर के लिए मिले ‌‌ तो इसके लिए सबसे पहले आपको एक बात को समझना होगा। 

आपको प्यार करने के लिए अपने प्यार को पाने के लिए जीवन साथी तलाशने के लिए आपके पास पूरी जिंदगी पड़ी है सबसे पहले आपको एक अच्छा इंसान बनना होगा । आपको अपने लक्ष्य को पाना होगा लक्ष्य क्या मतलब की आपको अपने परिवार का साथ देते हुए अपने पढ़ाई लिखाई जिम्मेदारियों को पूरा करने के साथ-साथ जिंदगी में सक्सेस को पाना होगा । 
 
अच्छी जॉब करनी होगी या बिजनेस करना होगा जिससे आपकी फाइनेंसियल कंडीशन सही हो और आप अपने परिवार को सारी खुशियां दे पाए । आप अपनी जिंदगी में जो चाहे उसे पा सके इस लायक आपको बनना होगा । उसके बाद आप अपने प्यार की तलाश कर सकते हैं प्यार को पा सकेंगे लेकिन अगर आप कॉलेज लाइफ से ही प्यार के चक्कर में पढ़ेंगे तो आप अपने लक्ष्य को कभी भी पानी सकेंगे और यह समाज आपको अपने प्यार को पाने नहीं देगा कई बार रोक लगाएगा । 

इसके अलावा आपको प्यार में धोखा मिलने का चांस भी ज्यादा होगा क्योंकि आजकल सभी को पैसा चाहिए ढेर सारी खुशियां चाहिए सच मैं कहा जाए तो प्यार से तो पेट नहीं भरता सब को जीने के लिए पैसे की जरूरत पड़ती है अगर आप किसी से प्यार करते हैं अगर उसकी जिंदगी में प्यार अगर पैसा है । तो वह आपसे पैसों के लिए ही प्यार करेगा अगर आपके पास पैसा नहीं है तो आपको छोड़ कर चला जाएगा वह आपको कभी भी धोखा दे सकता है । 
 
इसके अलावा अगर आपके पास अच्छी जॉब या नौकरी रहेगी तो आप कहीं भी किसी भी जगह रह सकेंगे अपने प्यार के साथ जी सकेंगे लेकिन अगर आपके पास ना घर है ना पैसा है ना परिवार है तो आप अपने प्यार के साथ ज्यादा समय तक नहीं टिक पाएंगे । 
 
आपको जिंदगी में बहुत सारी मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा । परिवार से भी समाज से भी इसलिए आप अपने आप को उस लायक पहले बनाए कि आप सब की खुशी का ख्याल रख सके । सब को एक साथ लेकर चल सके सबको खुशी दे सके । आप अपने फाइनेंसियल कंडीशन को सही कर ले 
 
उसके बाद प्यार के चक्कर में पड़े फिर आपको प्यार में धोखा मिलने का चांस बहुत कम रहेगा । और प्यार हमें उससे नहीं करना चाहिए जिससे हम चाहते हो प्यार हमें उससे करना चाहिए शादी हमें उससे करनी चाहिए जो हमें चाहता हो जो हमें प्यार करता हो उसी से ही हमें Pyar करना चाहिए शादी करना चाहिए।


प्यार क्या होता है ? - प्यार किसे कहते हैं - What is Love - in Hindi - Pyar Kya Hota Hai


पहली नजर का प्यार क्या होता है। :-


पहली नजर का प्यार सच पूछिए तो यह प्यार नहीं होता है यह एक सुंदरता का आकर्षण होता है क्योंकि हमारी आंखें हमेशा सुंदर वस्तुएं सुंदर चीजों को देखना पसंद करती है जब आप एक लड़के हैं और या लड़की हैं और आपके सामने कोई सुंदर लड़का या लड़की आ जाए तो उसकी सुंदरता आपके आंखों को भा जाती है आप उसको याद करने लगते हैं उसके ख्यालों में खोने लगते हैं इसे आप प्यार समझते हैं । 
 
जैसा कि आजकल के युवा लड़के या लड़कियां कॉलेज लाइफ से ही करते हैं जिसे वह प्यार समझते हैं यह प्यार नहीं बल्कि एक आकर्षण होता है । सुंदर वस्तुओं के प्रति हमारा आकर्षण होता है जिसे हम प्यार समझ लेते हैं प्यार एक एहसास होता है प्यार में सूरत को नहीं सीरत को देखा जाता है । जब किसी का गुण व्यवहार उसकी अच्छाइयों हमें भा जाती है हम उसके अच्छाइयों में अच्छाइयां देखने लगते हैं उसको खुश देखना चाहते हैं उसके खुशी में हमें खुशी मिलती है तो इसे ही प्यार समझना चाहिए

Conclusion - Pyar Kya Hota Hai


तो हमें उम्मीद है आपको हमारी यह जानकारी Pyar Kya Hota Hai अच्छी लगी होगी । अगर आपके मन में कोई और सवाल हो तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं ब्लॉग पर आने के लिए आपका धन्यवाद


RK

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