बेटी को Strong कैसे बनाएं - इन 10 बातों का ध्यान रखें । Beti Ko Strong Kaise Banaye

बेटी को Strong कैसे बनाएं - इन 10 बातों का ध्यान रखें । Beti Ko Strong Kaise Banaye । Beti Ko Atmanirbhar Kaise Banaye

 

बेटी को Strong कैसे बनाएं - इन 10 बातों का ध्यान रखें । Beti Ko Strong Kaise Banaye । Beti Ko Atmanirbhar Kaise Banaye

 

आज की समय में लड़कियां लड़कों से बिल्कुल भी कम नहीं है जो काम लडके कर सकते हैं उस सारे काम लड़की भी कर सकती है । आज समाज में लड़के और लड़की को बराबर समझा जाता है। जिंदगी के हर क्षेत्र में लड़के हो या लड़की  दोनों ही सफलता के नये मुकाम हासिल कर रहे हैं । लड़कियां देश की सेना में शामिल हो रही हैं कार से लेकर हवाई जहाज तक चला रही हैं । 

धरती से लेकर अकाश तक लड़कियां अपने कामयाबी का प्राक्रम दिखा रही है ।  ऐसे में अगर आप एक माता-पिता है तो आपको चाहिए कि अपने बेटी को हर परिस्थिति में मजबूती से खड़े रहने और जीवन के संघर्षों से लड़ते हुए आगे बढ़ने का हुनर सिखाए । ( Beti Ko Strong Kaise Banaye )


लड़कियों को मजबूत बनाने के लिए बचपन से ही उनका ध्यान रखना पड़ता है  उनमें संस्कार के बीज बोने पढ़ते हैं । उन्हें समय के साथ सब कुछ सिखाना पड़ता है । अगर आप अपने बेटी या बेटों को मजबूत बनाना चाहते हैं आप चाहते हैं कि आपके बच्चे जिंदगी के हर सफलता को प्राप्त करें । तो आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि बेटियों को स्ट्रांग बनाने के लिए हमें किन किन बातों का ध्यान रखना पड़ता है । Beti Ko Strong Kaise Banaye । Beti Ko Atmanirbhar Kaise Banaye जिससे कि जिंदगी के हर परिस्थिति में वह डटकर सामना करें और अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सके और एक बेहतर इंसान बन सके । तो आइए जानते हैं वह कौन-कौन सी बातें हैं जो हर माता-पिता को अपने बच्चों को बचपन से लेकर बड़े होने तक सिखाना चाहिए ।

1. खुद का ख्याल रखना


माता-पिता को चाहिए कि अपने बच्चों को बचपन से ही खुद का ख्याल रखना सिखाएं खासकर बेटियों को । क्योंकि आज हमारे समाज में जहां अच्छे लोग रह रहे हैं वहां कुछ बुरे लोग भी रहते हैं । अच्छे और बुरे लोगों का पहचान करना इतना आसान नहीं होता । कई बार बुरे लोग अच्छे लोगों का मुखौटा पहनकर हमारे बीच रहते हैं और वह हमारे बच्चों को नुकसान पहुंचाने में कोई कमी नहीं छोड़ते । 
 
क्योंकि आजकल बच्चों की किडनैपिंग से जुड़ी खबरें आए दिन देखने को मिलती है । कई बार बुरे लोग बच्चों को किडनैप करके पैसे वसूलते हैं । तो वहीं कुछ संतान नहीं होने पर बुरे लोग दूसरों के संतान को चुराकर अपना बनाने की कोशिश करते हैं । इन टाइप के लोगों को पहचानना बहुत मुश्किल होता है । इसलिए बच्चों को खुद का ख्याल रखना सिखाएं । वह अपने जाने पहचाने लोगों से ही मिले । किसी अनजान लोगों से कभी भी ना मिले और उनके साथ कहीं भी ना जाए और ना ही उनका दिया हुआ कुछ भी गिफ्ट ले ।  
 
इस बात को भी अपने बेटियां बेटों को सिखाएं । अगर उनके साथ मोहल्ले सड़क या स्कूल आने जाने के क्रम में कुछ भी गलत व्यवहार हो रहा है। तो उनसे कहे कि वह अपने आप मम्मी पापा को आकर बताएं जिससे कि समय रहते गलत लोगों से बचाया जा सके । ( Beti Ko Atmanirbhar Kaise Banaye )

2. अपनी परेशानी माता-पिता से शेयर करना 


शायद आपको पता ना हो आजकल के छोटे छोटे बच्चे इतने स्मार्ट हो गए हैं कि वह अपनी छोटी-मोटी परेशानियों को माता-पिता से शेयर नहीं कर पाते । बल्कि अपने दोस्त से बताते हैं । आपको चाहिए कि अपने बच्चों का दोस्त बने हमेशा उनकी दिल की बातों को जानने की कोशिश करें । वह रोज क्या नया सीख रहे हैं । उनके जिंदगी में क्या अच्छा या बुरा हो रहा है उसे जानने की कोशिश करें और उनका मार्गदर्शन करें । 

यह जरूरी नहीं कि बच्चे की उम्र 10 साल हो । क्योंकि एक व्यक्ति को काफी हद तक समझदार होने में उम्र का 35 से 40 वर्ष लग जाता है । तब जाकर उनमें एक अच्छी समझदारी आती है । यह बहुत आम बात है कि बच्चे थोड़े बड़े हो जाते हैं तो अपने आप को काफी समझदार समझने लगते हैं । उन्हें लगता है कि वह हर चीजों को अच्छे से समझते हैं और हैंडल कर सकते हैं । 

लेकिन बच्चों में नासमझ होते है माता-पिता को चाहिए कि अपने बच्चों को समय-समय पर उनका मार्गदर्शन करें।  उनके जिंदगी में जो भी बुरा वक्त चल रहा हो उसे दूर करें । उन्हें ज्ञान दे उन्हें जीने की सही कला सिखाएं । जैसे कि बच्चे का उम्र 10 वर्ष हो या 15 वर्ष या फिर 18-20 या फिर 25 वर्ष भी इन सभी उम्र के पड़ाव पर बच्चों को मार्गदर्शन की सही जरूरत होती है । बच्चों को जिंदगी जीने की सही कला माता पिता स्वयं सिखा सकते हैं । 

इसलिए माता-पिता को चाहिए कि अपने बेटे बेटियों को समय-समय पर संस्कार दें और उन्हें जिंदगी में आगे बढ़ने में मदद करें । और उनका दोस्त बनकर उनके दिल की हर बातों को जाने और उनके समस्याओं से छुटकारा दिलाने में उनकी मदद करें । ऐसा नहीं कि बच्चे की शादी हो गई है अब वह अपनी जिम्मेदारी खुद संभाल ले । 

शायद आपको पता होगा कि दहेज के लिए बेटियों को ससुराल में काफी परेशान किया जाता है । उन्हें जलाकर मार दिया जाता है या घर से निकाल दिया जाता है । ऐसी स्थिति में माता-पिता को ही अपनी बेटी को सही मार्गदर्शन देने की जरूरत होती है । माता पिता को चाहिए कि अपने जिंदगी के तमाम अनुभवों को अपने बच्चों को संस्कार के रूप में जरुर दें ।

3. हमेशा सच बोलना 


यह बहुत जरूरी है कि आप बच्चों को हमेशा सच बोलना सिखाए । क्योंकि आजकल बच्चे झूठ बोलना काफी आसानी से सीख जाते हैं । क्योंकि घर में छोटे-बड़े भी अक्सर छोटी मोटी बातों पर झूठ बोल दिया करते हैं और यह बातें बच्चे भी सीखते हैं जिससे उन पर इसका गलत असर पड़ता है । आपको चाहिए कि खुद भी सच बोले और बच्चों को भी सच बोलना सिखाए । ताकि उनके जिंदगी में कभी भी कहीं कुछ गलत हो रहा हो तो वह आपसे सच बता सके और आप उनकी परेशानियों को दूर कर सके ।

4. गुड टच और बैड टच 


माता-पिता को चाहिए कि वह अपने बच्चे को गुड और बैड टच के बारे में सीखाए । उन्हें बताएं अगर वह किसी भी अनजान शख्स से मिलते हैं जिन्हें वह नहीं जानते  । अगर वह उन्हें फिजिकली टच करता है तो गुड टच और बैड टच के   बारे में उन्हें समझाएं । अगर कोई भी अनजान शख्स उन्हें गलत तरीके से छूता है तब बच्चे अपने मम्मी पापा को जरूर बताएं । यह सारी बातें आजकल के बच्चों को समझाना बहुत जरूरी होता है । 

क्योंकि समाज में तरह तरह के लोग होते हैं जिनकी नियत खराब होती है । ऐसे में अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए उन्हें हमें सही मार्गदर्शन देने की जरूरत है । जिससे कि वह अपनी रक्षा स्वयं कर सके और कुछ भी गलत व्यवहार होने पर समय रहते अगर बच्चे अपने माता-पिता से बताते हैं तो हम अपने बच्चों पर आने वाली मुसीबतों को दूर कर सकते हैं ।

5. आत्मनिर्भर होना


हर माता-पिता को चाहिए कि अपने बच्चों को बचपन से ही आत्मनिर्भर  होना सिखाएं । अपने छोटे मोटे फैसले लेना खुद से सीखाए । यहां तक कि अपने छोटे-मोटे जो काम है उन्हें खुद से करना सिखाएं जिससे कि वह आत्मनिर्भर बन सके ।
क्योंकि अगर हम अपने बच्चों की हर काम को खुद पूरा करेंगे तो वह कुछ भी करना नहीं सीख पाएंगे । वह हर काम के लिए मम्मी पापा से परमिशन लेंगे । ऐसे में बच्चे बहुत ही सीधे-साधे बन जाते हैं । जिससे आगे चलकर उनको बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है । 

इसलिए माता-पिता को चाहिए कि वह अपने बच्चों को हर मुसीबत से लड़ना सिखाए । वह स्वयं से सही गलत का अनुभव करें और फैसला ले । जिससे कि बड़े होने के बाद उनकी जिंदगी में कोई भी समस्या आएगी तो वह किसी से नहीं डरेंगे बल्कि जिंदगी के हर चुनौतियों का सामना करते हुए एक बेहतर इंसान बन पाएंगे ।

6. गलत के खिलाफ आवाज उठाना 


बच्चे जब बड़े होने लगते हैं तो उन्हें सही गलत अनुभव बताए  जिंदगी में सही क्या होता है और गलत क्या होता है। जिससे कि वह अपने साथ होने वाले अन्याय को रोक सके । गलत के खिलाफ आवाज उठा सके । सही गलत के बारे में खासकर बेटियों को जरूर बताएं जिससे कि वह अपनी जिंदगी में गलत के खिलाफ आवाज उठा सके । और अपने जिंदगी को बेहतर बना सके । 

क्योंकि बेटियां हमेशा माता-पिता के साथ नहीं रहती है । शादी के बाद उन्हें ससुराल चले जाना होता है । अगर ससुराल में उनके साथ अन्याय होगा तो माता-पिता हर वक्त उन्हें प्रोटेक्ट नहीं कर सकते हैं । इसलिए अपनी बेटियों को गलत के खिलाफ आवाज उठाने के बारे में और जिंदगी के मुसीबतों का सामना करने के बारे में जरूर सिखाएं । जिससे कि वह आत्मनिर्भर बन सके और अपनी समस्या का समाधान खुद कर सके ।

7. प्यार और इज्जत देना


बच्चों को बचपन से ही बड़ों को रिस्पेक्ट देना सिखाना चाहिए । एवं छोटों को प्यार देना सीखना चाहिए । जिससे कि वह एक बेहतर इंसान बन सके । क्योंकि जिन बच्चों को प्यार और संस्कार बचपन से ही नहीं मिलता है वह बड़े होकर गलत रास्ते पर चल पड़ते हैं । और खुद का नुकसान तो करते  हैं ही और अपने परिवार का भी काफी नुकसान करते हैं । शायद बहुत कम लोगों को यह बात समझ में आती है कि बच्चों को समय-समय पर संस्कार और जीवन में मार्गदर्शन करने की जरूरत होती है । 

कई सारे माता-पिता ऐसे होते हैं कि बचपन में अपने बच्चों को थोड़े बहुत प्यार करते हैं और उन्हें स्कूल भेज देते हैं। जिससे कि उन्हें लगता है कि बच्चे समझदार बन जाएंगे और जीवन में तरक्की कर लेंगे । लेकिन ऐसा सबके साथ नहीं होता है । बच्चे मासूम होते हैं उन्हें सही गलत का पता बिल्कुल भी नहीं होता है । उन्हें जिंदगी में एक बेहतर इंसान बनाने के लिए माता-पिता को बच्चों को बचपन से ही 3 साल के उम्र से लेकर आने वाले 25 साल की उम्र तक हर छोटे बड़े समय पर उन्हें मार्गदर्शन करने की जरूरत होती है ।

8. अच्छी एजुकेशन प्राप्त करना


जब आपके बच्चे थोड़े बड़े होने लगे तो उन्हें एक सही एजुकेशन देना हर माता-पिता का कर्तव्य होता है । भले ही आप जिंदगी में कुछ बड़ा ना कर पाए हो । लेकिन आपको चाहिए कि आप अपने बच्चों को सही एजुकेशन दें । उनके एजुकेशन में कभी भी कोई कमी ना होने दें । क्योंकि विद्या ही एक ऐसी हथियार है जिसके सहारे इंसान इस दुनिया के हर जंग को जीत सकता है । आप भले ही एक समय खाना खाए लेकिन बच्चों को सही एजुकेशन जरूर दिलाए । बगैर एजुकेशन के इंसान कि इस दुनिया में कोई जगह नहीं होती है । हर तरफ से उन्हें दुत्कारा जाता है । इसलिए बच्चों को जहां तक हो सके वहां तक पढ़ाएं और उन्हें अपने पैरों पर खड़ा होना सिखाएं ।

एक सबसे जरूरी बात अगर आप एक अच्छे माता-पिता है तो आपको चाहिए कि अपने बच्चों को सही एजुकेशन देने के साथ-साथ उन्हें अपने पैरों पर खड़ा होना सिखाएं । यानी कि अगर आपका कोई बेटा है या कोई बेटी है उन्हें एजुकेशन के साथ-साथ पैसे कमाने के बारे में भी सिखाए । जब तक वह खुद से चार पैसे कमाना न सीख जाए । तब तक उनकी शादी  ना करें । 

क्योंकि अगर बेटा 25 साल का हो गया है और अगर वह पैसे नहीं कमाता है । और माता-पिता उसकी शादी कर देते हैं तो वह खुद का भी नुकसान करता है और अपने आने वाले भविष्य के साथ खिलवाड़ करता है । 

क्योंकि कुछ माता-पिता ऐसे होते हैं कि उनके बच्चे पैसे नहीं कमाते हैं । इधर उधर मौज मस्ती में अपने दिन बिताते हैं तो उन्हें सुधारने के लिए माता-पिता उनकी शादी जल्दी करा देते हैं । उन्हें लगता है कि शादी के बाद बेटा सुधर जाएगा । जिसके वजह से एक अनजान लड़की जिससे उसकी शादी होती है उसकी जिंदगी तबाह हो जाती है । क्योंकि बेटा अगर गलत रास्ते पर है उसके सुधारने की जिम्मेदारी माता-पिता की होती है ना की उसकी पत्नी की ।
 

9. खुद पर डिपेंड होना 


खुद पर डिपेंड होने का मतलब है कि अच्छी नौकरी करना पैसे कमाना है या फिर बिजनेस करना जिससे कि अच्छी-खासी आमदनी हो सके । यह बात एक लड़के और लड़की दोनों पर ही लागू होती है । लड़का अगर अच्छा पैसा कम आएगा तो वह अपनी पूरी फैमिली को खुश रख सकेगा और जिंदगी में उसे मुसीबतों का सामना कम करना पड़ेगा । 

वहीं अगर आपकी बेटी है और आपने उसे सही एजुकेशन दिया । लेकिन खुद से वह चार पैसे कमाना नहीं सिखाते हैं अपने पैरों पर खड़ा होना नहीं सिखाते है  । तो शादी के बाद उसकी जिंदगी में बहुत सारी मुसीबतें आ सकती हैं ।  

अक्सर यह देखा गया है कि माता-पिता अपने बेटों को पैसे कमाने के बारे में सिखाते हैं।  उन्हें बिजनेस करने के बारे में सिखाते हैं । लेकिन बेटी को पैरों पर खड़ा होना नहीं सिखाते हैं। जिसकी वजह से वह अपने ससुराल में कई तरीके की मुसीबतों का सामना करती हैं । कभी उन्हें दहेज के लिए सताया जाता है तो कभी उन्हें घर से निकाल दिया जाता है । उन्हें हर तरह से प्रताड़ित किया जाता है । 

ऐसा इसलिए होता है कि बेटियां पैसा कमाना नहीं जानती है । इसलिए अपने सुरक्षा के लिए खुद के पैरों पर खड़ा होना सीखना चाहिए जिससे कि वह हर मुसीबतों का सामना खुद से कर सके और वह किसी पर भी डिपेंड ना रहे । क्योंकि जो लोग दूसरों पर डिपेंड रहते हैं उन्हें इस दुनिया में बहुत सारी कष्टै का सामना करना पड़ता है। इसलिए बेटा हो या बेटी दोनों बराबर होते हैं दोनों को सही एजुकेशन और पैसे कमाने के बारे में पता होना चाहिए ।

10. अन्याय करने वालों के खिलाफ खड़े होना 


अगर आपकी बेटी बड़ी हो गई है तो उसे सही गलत का फर्क समझाएं । शादी से पहले उसे हर तरीके का ज्ञान दें । जिससे कि ससुराल में जाकर उसे कोई तकलीफ ना हो सके । ज्यादातर बेटियों को तकलीफ ससुराल में जाने के बाद होती है। । क्योंकि कुछ लोग दहेज लोभी होते हैं वह बेटियों को बहुत सारी तकलीफ देते हैं । जिसके वजह से बेटी के माता-पिता को भी तकलीफ होती है । इसलिए हर माता-पिता को चाहिए कि वे बेटों के साथ-साथ अपनी बेटी को भी गलत के खिलाफ आवाज उठाना, संघर्ष करना और पैसे कमाना जरूर सिखाएं ।

Conclusion :- Beti Ko Strong Kaise Banaye । Beti Ko Atmanirbhar Kaise Banaye


तो हमें उम्मीद है आपको हमारी यह जानकारी ( Beti Ko Strong Kaise Banaye । Beti Ko Atmanirbhar Kaise Banaye ) अच्छी लगी होगी । आप इस आर्टिकल को अपने दोस्तों एवं रिश्तेदारों में जरूर Share करें ताकि वह लोग भी अपने बेटियों को स्ट्रांग बना सके  । जिससे की उनकी जिंदगी बेहतर बन सके। इसके अलावा जिंदगी से जुड़े और कोई सवाल आपके मन में हो तो आप हमें जरूर Comment करें हम उसका रिप्लाई देंगे आपका धन्यवाद ।

RK

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