पति का धर्म क्या होता है ? - जानिए वे 16 गुण जो एक आदर्श पति में होने चाहिए - Pati Ka Dharm Kya Hota Hai

पति का धर्म क्या होता है ? - जानिए वे 16 गुण जो एक आदर्श पति में होने चाहिए - Pati Ka Dharm Kya Hota Hai 


पति का धर्म क्या होता है ? - Pati Ka Dharm Kya Hota Hai

 

धर्म एक नियम होता है जो हमारे समाज को सही और सुचारू रूप से संचालित करता है धर्म कई प्रकार के होते हैं। सामाजिक धर्म, मनुष्य धर्म, स्त्री धर्म, पुरुष धर्म, मात्र धर्म, पिता धर्म, पत्नी धर्म, पति धर्म, पुत्र धर्म आदि यह हमारे समाज में कई प्रकार के धर्म बनाए गए हैं जो मनुष्य को एक निश्चित नियम में बांधकर रखता है । जिससे हमारे समाज का विकास होता है और सब कुछ सही से चलता है । ऐसे में कहीं किसी से कोई गलती हो जाए तो इसका कारण धर्म का सही ज्ञान ना होना है। 

 
इन्हीं में से एक है पति धर्म Pati Ka Dharm Kya Hota Hai  इसके बारे में हर पुरुष को जानना चाहिए । विवाह के बाद हर पुरुष को पति धर्म निभाना पड़ता है पति धर्म ना निभाने से परिवार में कई सारे मुसीबतें आ जाती है और पति पत्नी के बीच मनमुटाव होने लगता है और रिश्ते टूटने लगते हैं । इसलिए हमारे समाज में हर रिश्ते के लिए एक नियम कानून बनाए गए हैं जिससे हमारा समाज सही से और सुचारू रूप से चलता रहे।
तो आइए जानते हैं पति धर्म क्या होता है?
 

पति का धर्म क्या होता है ? - Pati Ka Dharm Kya Hota Hai


पति धर्म क्या होता है? - Pati Ka Dharm Kya Hota Hai


पति धर्म के मायने आज के समय में हर किसी के लिए बदल चुके हैं हर कोई अपने हिसाब से सोचता है कि वह जो करता है बिल्कुल सही करता है वह उसका धर्म है लेकिन वास्तव में हर नियम सही नहीं होता है जो आजकल के पति अपनी पत्नी के साथ करते हैं। खैर छोड़िए इन बातों को आइए जानते हैं Pati Ka Dharm Kya Hota Hai जिनको एक पति अपनाकर अपनी पत्नी को खुश रख सकता है । और अपने परिवार को सही ढंग से संचालित भी कर सकता है जिससे उसके परिवार में ढेर सारी खुशियां आएंगी तो आइए जानते हैं पति धर्म क्या होता है।

  • अपनी पत्नी का सम्मान करना
  • पत्नी का साथ कभी ना छोड़ना
  • पत्नी से जुड़े अपने हर कर्तव्य को सही से निभाना
  • पत्नी की इच्छाओं का ख्याल रखना
  • पत्नी से कभी भी झूठ ना बोलना
  • अपनी पत्नी के अलावा किसी भी और औरत से कोई संबंध ना रखना
  • पत्नी का अच्छा दोस्त होना जो हर समय अपनी पत्नी का ख्याल रखें
  • अपनी पत्नी पर कभी गुस्सा ना करना
  • पत्नी का विश्वास कभी ना तोड़ना
  • अपनी पत्नी पर कभी भी हाथ ना उठाना बल्कि पत्नी से गलती हो जाए तो उन्हें प्यार से समझाना चाहिए।
  • पत्नी की हर बात को गौर से सुनना और समझना चाहिए
  • अपनी पत्नी का किसी भी और स्त्री से तुलना नहीं करना चाहिए
  • पत्नी पर शक नहीं करना चाहिए
  • पत्नी का जो हक है उसके लिए उसका साथ देना चाहिए
  • पत्नी के मान सम्मान का ख्याल रखना
  • पत्नी पर अपने विचार बिल्कुल भी नहीं थोपना चाहिए

पत्नी का सम्मान करना :-

 हर पति को चाहिए कि वह अपने पत्नी का मान सम्मान करें । पति अपनी पत्नी का दिल कभी ना दुखाए हमेशा अपनी पत्नी की इज्जत करें जिससे पत्नी भी पति की इज्जत करती है और दोनों में प्यार बढ़ता है जिससे रिश्ते मजबूत और गहरे होते हैं।

पत्नी के साथ कभी नहीं छोड़ना चाहिए :-

 हर पति का धर्म होता है अपने पत्नी के साथ कदम से कदम मिलाकर चले उनके मान-सम्मान की रक्षा करें । और उनका साथ कभी ना छोड़े। पत्नी से जाने अनजाने में कोई गलती हो गई हो तो उन्हें प्यार से समझाएं ना कि पत्नी को मारे पीटे और साथ छोड़े । पत्नी पत्नी का रिश्ता सात जन्मों का होता है ऐसे में हर पति को चाहिए कि वह अपनी पत्नी का साथ कभी ना छोड़े । जीवन के अंतिम सांस तक साथ दें । यही एक पति का धर्म होता है।

पत्नी से जुड़े हर कर्तव्य को निभाना चाहिए :-

हर पति का धर्म होता है वह अपनी पत्नी से जुड़े हर कार्य को करना चाहिए जिससे पति पत्नी का रिश्ता मजबूत होता है पति को कभी भी पति के भावनाओं को तोड़ना नहीं चाहिए पत्नी के प्रति जो भी अपने कार्य हो उसे पूरा करना चाहिए उसके हर रिश्ते नाते को निभाना चाहिए यह पति का धर्म होता है।

पत्नी की इच्छाओं का ख्याल रखना :-

अगर आपकी पत्नी आपसे कुछ बात कह रही हो जिस को पूरा करने के लिए बहुत जिद कर रही हो तो आप समय निकालकर उनकी इच्छाओं को पूरा करें । कभी भी अपनी पत्नी के इच्छाओं को ना टालें । कोशिश करें आपकी पत्नी जो आपसे इच्छा रख रही हो उसे पूरा करने की कोशिश करें । हो सके उस समय आप पुरा न कर सके । जिसे मैं वह जीद कर रही हो लेकिन अपनी पत्नी को समझाएं कि आपको थोड़ा समय लगेगा बाद में उनकी इच्छाओं को पूरा कर देंगे । जिससे आपकी पत्नी मान जाएगी और खुश होंगी । डायरेक्ट अपनी पत्नी को कभी भी किसी बात के लिए ना डांटे ना ही इग्नोर करें।
 
 

पति का धर्म क्या होता है ? - Pati Ka Dharm Kya Hota Hai


पत्नी से कभी भी झूठ ना बोले :-

एक पति का सबसे बड़ा धर्म होता है कि वह अपने रिश्ते को सही से निभाएं पूरी सच्चाई और ईमानदारी के साथ । अपनी पत्नी से कभी भी झूठ ना बोले झूठ बोलने से रिश्ते टूटने लगते हैं और प्यार खत्म होने लगता है एक पति पत्नी के रिश्ते की बुनियाद सच्चाई और ईमानदारी होती है । इसलिए आपके मन में क्या है और आप की पत्नी के मन में क्या है दोनों एक दूसरे का मन की बात को जाने । और सम्मान करें एक दूसरे से कभी भी कोई बात ना छुपाए । 
 
अगर आप से जाने जाने में कोई गलती हो गई हो तो आप अपनी पत्नी को प्यार से समझाएं और उन्हें बताएं । लेकिन ऐसा ना हो कि आपकी कोई बात उन्हें बाहर से कही और से पता चले जिससे आपकी पत्नी को लगेगा कि आप उन्हें धोखा दे रहे हैं । तो वह आपके साथ अपने रिश्ता तोड़ सकती है खराब भी हो सकता है । इसलिए आपको चाहिए कि आप अपनी पत्नी के साथ अपना रिश्ता पूरी ईमानदारी और सच्चाई के साथ निभाए पत्नी को कभी भी धोखा ना दे झूठ ना बोले । पति पत्नी का रिश्ता सच्चाई और ईमानदारी के बुनियाद पर टिका होता है इसलिए हर पति पत्नी को चाहिए कि वह अपनी पत्नी का साथ दें और ईमानदारी के साथ।


अपनी पत्नी के अलावा किसी और औरत से संबंध नहीं रखना चाहिए :-

एक पुरुष का सबसे बड़ा बड़ा धर्म यही होता है कि वह अपनी पत्नी के अलावा किसी और औरत के बारे में अपने मन में कभी भी ना सोचे कोई विचार ना लाएं । ऐसे में आजकल देखा गया कि बहुत सारे पति ऐसे होते हैं जो अपनी पत्नी के होने पर भी किसी और औरत के चक्कर में पड़ जाते हैं और अपनी घर गिरहस्ती को बर्बाद कर लेते हैं रिश्ते टूटने लगते हैं । और जिंदगी बर्बाद हो जाती है । ऐसे में हर पति का धर्म होता है कि वह अपनी पत्नी को ही प्यार करें अपनी पत्नी के अलावा किसी भी और स्त्री के बारे में ना सोचे और उनका ख्याल भी अपने मन में ना रखें ।
 
पुरुष का यही सबसे पहला धर्म होता है शादी जैसे एक पवित्र बंधन को इसी लिए ही बनाया गया है। एक पुरुष अपनी स्त्री के साथ जुड़कर पूरा जीवन साथ दे । ना कि किसी और के बारे में सोचें शादी का असल मतलब यही होता है कि एक पुरुष और एक ही स्त्री दोनों एक दूसरे के लिए जीवन भर एक बंधन में बंध जाएं और एक दूसरे का साथ दें । और एक दूसरे के अलावा किसी और के बारे में कभी भी ना सोचे । शादी के बंधन का यही मतलब होता है । इसीलिए शादी जैसे पवित्र बंधन को हमारे समाज में बनाया गया है इसलिए कभी भी अपनी पत्नी के अलावा किसी और के बारे में न सोचे।


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पत्नी का एक अच्छा दोस्त होना चाहिए पति को :-

एक पत्नी का एक अच्छा दोस्त उसका पति होता है जो उसके हर अच्छे बुरे फैसले में उसको सही निर्णय लेने में सहायता करता है उनका मार्गदर्शन कराता है। पति पत्नी एक दूसरे के दोस्त बने तो जिंदगी और भी खुशहाल हो जाती है । क्योंकि दोस्ती में कभी भी छोटे बड़े का भाव नहीं आता है बल्कि समान भाव आता है दोस्ती एक ऐसी चीज होती है जो एक दूसरे को बराबर प्यार के बंधन में बांध के रखती है । जिसमें छोटे बड़े का ऊंच-नीच का कोई भेदभाव नहीं होता है इसलिए हर पति को चाहिए कि वह अपनी पत्नी का दोस्त बने और उनका साथ दें । जिससे रिश्ते काफी मजबूत होते हैं। और दोस्ती का मतलब ही यही होता है कि अच्छे बुरे समय में एक दूसरे का साथ देना इसीलिए अपनी पत्नी का एक पति के अलावा एक अच्छा दोस्त भी बने।

अपनी पत्नी पर कभी भी गुस्सा नहीं करना चाहिए :-

हर पति को चाहिए कि वह अपनी पत्नी पर कभी भी गुस्सा ना करें बल्कि पत्नी से अगर कोई गलती हो जाए तो उन्हें प्यार से समझाएं  कि उनसे कहा गलती हो गई हो ना कि उन पर गुस्सा करें ।्बल्कि प्यार से उन्हें समझाएं । ऐसा कई बार होता है पति पत्नी के बीच किसी बात को लेकर मनमुटाव हो जाता है । जिससे दोनों एक दूसरे के प्रति हीन भावना रखने लगते हैं जिससे रिश्ते टूट सकते हैं । इसलिए चाहिए कि हर पति और पत्नी एक दूसरे पर कभी गुस्सा ना करें बल्कि किसी से भी कुछ गलती हो जाए तो उन्हें प्यार से समझाएं उसे ठीक करने की कोशिश करें।

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पत्नी का विश्वास कभी नहीं तोड़ना चाहिए :-


पति पत्नी का रिश्ता विश्वास के नाजुक डोर पर टिका होता है ऐसे में हर पति को चाहिए कि वह अपनी पत्नी का विश्वास को कभी न तोड़ें । उन्हें कभी भी धोखा ना दे । जाने अनजाने में कोई गलती हो गई हो तो उन्हें प्यार से बताएं ना कि उसे छुपाने की कोशिश करें । छुपाने से वही बात बाद में कहीं और से पता चलती है । तो पत्नी और पति के बीच जो रिश्ते की बुनियाद होती है विश्वास वह टूट जाती है । और रिश्ते खराब होने लगते हैं ऐसे में चाहिए कि हर पति पत्नी एक दूसरे का विश्वास करें सम्मान करें और एक दूसरे के प्रति विश्वास रखें।

ऐसा कभी नहीं सोचना चाहिए कि आपकी पत्नी को कभी कुछ पता नहीं चलेगा आंखें जो होती है वह आईना होती है कई बार हम जुबान से कुछ नहीं कह पाते हैं और उसे छुपाने की कोशिश करते हैं पर आंखें सब बता देती हैं अगर आपकी पति आपसे सच्चा प्यार करती है तो वह आपकी आंखों में वह पढ़ लेंगी कि आप उनसे कोई बात छुपा रहे हो । इसलिए कभी भी आप अपनी पत्नी का विश्वास मत तोड़िए बल्कि उनका साथ दीजिए और विश्वास को मजबूत कीजिए । अनजाने में कोई भी गलती हो जाए तो अपनी पत्नी से प्यार से बताएं और उन्हें समझाएं कि आप से कोई गलती हो गई हैं । आपकी पत्नी आपसे प्यार करती है तो आपको माफ कर देंगी लेकिन एक बार जो गलती हो जाए उसे गलती कहते हैं और जो बार-बार गलती किया जाए उसे गलती नहीं गुनाह कहते हैं इसलिए कोशिश करें कि आप अपनी पत्नी का साथ कभी विश्वासघात ना करें हमेशा ईमानदारी और सच्चाई के साथ रिश्ते निभाए।

पत्नी पर कभी भी हाथ ना उठाएं :-


एक पति का कर्तव्य होता है वह अपनी पत्नी का साथ दें अपनी पत्नी के किसी भी गलती पर उन्हें प्यार से समझाएं उसे ठीक करने की कोशिश करें ना कि उन पर हाथ उठाएं । पति को कभी भी अपनी पत्नी पर हाथ नहीं उठाना चाहिए । एक स्त्री जो होती है वह अपना घर बार छोड़कर एक नए रिश्ते में रहने आती है । एक नए परिवार को अपनाती है वह अपने माता पिता भाई बहन सब को छोड़कर एक नए रिश्ते में आती है वह होता है उसके पति के घर । ऐसे में कई बार होता है कि वह जहां पली-बढ़ी हो वहां के सोच विचार रहन-सहन कुछ और हो । और अब शादी के बाद वह जहां आई हो वहां के सोच विचार कुछ और हो । 
 
ऐसे में जाने अनजाने में पत्नी से कोई गलती हो जाए तो पति को कभी भी अपनी पत्नी को मारना नहीं चाहिए । पत्नी पर कभी भी हाथ नहीं उठाना चाहिए बल्कि उन्हें प्यार से समझाना चाहिए कि उनसे गलती हुई है और उसे ठीक करना चाहिए । प्यार से समझाएंगे आपकी पत्नी को तो वह समझ जाएंगी । हो सकता है शुरुआत में थोड़ा समय लगे लेकिन धीरे-धीरे वह आपके रंग में रंग जाएगी जैसा आप चाहेंगे आपकी पत्नी बन जाएगी। इसलिए अपनी पत्नी पर कभी भी हाथ ना उठाएं बल्कि उनके गलती को माफ कर दे जिससे आप दोनों का रिश्ता मजबूत होगा।

पति का धर्म क्या होता है ? - Pati Ka Dharm Kya Hota Hai


पत्नी की हर बात को गौर से सुनना और समझना चाहिए :-


कई बार ऐसा होता है पत्नी कुछ कहती है और पति उसको अनसुना कर देते हैं इसलिए पति पत्नी में बिना किसी वजह के भी छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा हो जाता है। इसलिए हर पति को चाहिए कि वह अपनी पत्नी की बातों को गौर से सुने समझे और वह जो कहे उसे हो सके तो पूरा करें । अगर बात कोई बुरी भी लग जाए तो उन्हें समझाएं ना कि अनसुना करें या डांटे । क्योंकि पत्नी अपने पति पर ही डिपेंड रहती है उसे कुछ भी चाहिए होगा तो पति से ही कहेगी ना की किसी और से । इसलिए पति को चाहिए कि अपनी पत्नी की हर इच्छा को पूरा करें उन्हें कभी अनसुना ना करें।

अपनी पत्नी की तुलना कभी भी किसी और स्त्री से नहीं करना चाहिए :-


एक पति को चाहिए कि वह अपनी पत्नी का तुलना कभी भी किसी और पराई स्त्री से ना करें । कभी भी उसके सामने किसी और स्त्री की बड़ाई ना करें नहीं तो पति पत्नी के बीच अनबन हो सकती है । क्योंकि कोई भी पत्नी नहीं चाहती है कि उसका पति उसको छोड़कर किसी और के बारे में बात करें पति का इज्जत पत्नी करती है और पत्नी का इज्जत पति को करना चाहिए । पत्नी अपनी सारी जिंदगी पति को सौंप देती है उसके लिए सब कुछ करती है इसलिए पति का धर्म बनता है कि वह अपनी पत्नी की इज्जत करें कभी भी उसकी बुराई ना करें और उसके सामने किसी और स्त्री का बात भी ना करें  जिससे पत्नी के दिल में कोई बात चुभ जाए । इसलिए अपनी पत्नी का सम्मान करना चाहिए यही हर पुरुष का पति धर्म होता है।


पत्नी पर शक नहीं करना चाहिए :-


शक की बीमारी बहुत ही खराब होती है शक की बीमारी अगर किसी भी पुरुष या स्त्री को लग गई तो उसका जिंदगी नरक बन जाता है इसलिए जब तक सुबूत ना मिले किसी भी बात को लेकर । तब तक उस बात को नहीं मानना चाहिए कभी भी किसी पर भी शक नहीं करना चाहिए । एक पति को अपनी पत्नी का सम्मान करना चाहिए उस पर शक नहीं करना चाहिए। अगर कोई बात पत्नी की बुरी लग जाए तो सीधा पत्नी से जाकर पूछ लेना चाहिए कि क्या बात है बिना वजह शक नहीं करना चाहिए । 
 
बिना वजह शक करेंगे तो जिंदगी नरक बन जाएगी दुनिया में हर बीमारी का इलाज है शक का कोई इलाज नहीं है इसलिए जब तक सबूत ना मिले किसी भी बात को लेकर तब तक किसी पर भी शक नहीं करना चाहिए । इस दुनिया में आदमी हर बीमारी से लड़ सकता है हर बीमारी का इलाज है लेकिन शक की बीमारी का कोई इलाज नहीं है । कभी भी एक पुरुष को अपनी पत्नी पर शक नहीं करना चाहिए बल्कि पत्नी के मान सम्मान की रक्षा करनी चाहिए। उसकी इज्जत करनी चाहिए।

पत्नी का जो हक है उसको देना चाहिए :-


कई बार ऐसा होता है कि कुछ पति ऐसे होते हैं जो अपने पत्नी को घर से बाहर निकलने पर या फिर कहीं और जाने पर रोक टक लगाते हैं या फिर उन्हें उनके मन मुताबिक जो कार्य वह करना चाहती है उस पर रोक लगाते हैं । ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए । जो पत्नी का हक है उसको देना चाहिए हां अगर पत्नी जाने अनजाने में  कोई गलती करे  ।जो आपको पसंद ना हो उसके लिए आप अपनी पत्नी को प्यार से समझा सकते हैं ना कि बिना वजह पत्नी पर रोक लगाएं। एक पति और पत्नी का एक दूसरे पर बराबर हक होता है एक दूसरे के मान सम्मान और उसके चीजों पर बराबर हक होता है। इसलिए जो पत्नी का हक है उसको देना चाहिए ।


पत्नी के मान सम्मान की रक्षा करनी चाहिए :-


पत्नी का इज्जत पति के मान सम्मान से होता है इसलिए एक पुरुष को चाहिए कि वह अपनी पत्नी के इज्जत का ख्याल रखें कभी भी उनके मान-सम्मान का ठेस ना पहुंचाएं वह कोई भी ऐसा कार्य ना करें जिससे उसकी पत्नी या उसे परिवार की इज्जत पर आंच आए । जो भी कार्य करें सोच समझकर । जो उचित हो वही करें इससे परिवार के मान सम्मान में बढ़ोतरी हो । कोई भी गलत कार्य नहीं करना चाहिए क्योंकि एक पत्नी के इज्जत उसके पति के मान सम्मान से होती है । 
 
पति अगर कोई गलत कार्य कर रहा होगा तो उसकी इज्जत पर जो आच आएगी वही आच उसके पत्नी के इज्जत पर आएगी समाज भला बुरा कहेंगे । इसलिए एक पति को चाहिए कि वह अपनी इज्जत और अपने परिवार में सभी सदस्यों का ख्याल रखें और जो उचित हो वही कार्य करें और अपनी पत्नी को कभी भी किसी के सामने नीचा ना दिखाएं । अगर पत्नी से कोई गलती हो जाए तो उन्हें घर की कमरे में खुद से समझाएं ना कि सबके सामने पत्नी का तमाशा बनाएं पत्नी का इज्जत पति के हाथों में होती है इसलिए पति को चाहिए कि वह अपनी पत्नी की मान सम्मान की रक्षा करें उसकी इज्जत करें।

पत्नी पर अपने विचार बिल्कुल भी नहीं थोपना चाहिए :-


कई बार ऐसा होता है कि पति अपनी पत्नी से बहुत कुछ कह देते हैं अनुचित कार्य करने के लिए जो पत्नी को बिल्कुल ही पसंद नहीं होता है । ऐसा किसी भी पति को नहीं करना चाहिए यहां हर कोई खुले विचार का होता है हर किसी को अपने खुशी से जीने का हक है हां अगर कोई भी पत्नी गलत कार्य कर रही हो तो पति का हक बनता है कि उन्हें समझाएं और उसे सही करने की कोशिश करें ना कि बिना वजह अपने विचार अपने पत्नी पर थोपे । 
 
हां अगर कोई बात दिल में चुभ गई हो तो पति को चाहिए कि वह अपने पत्नी से प्यार से बातें करें उसे समझाने की कोशिश करें बिना वजह रोक-टोक ना लगाएं ।  क्योंकि हर इंसान बराबर नहीं होता है सबकी सोच और समझदारी में थोड़ा अंतर होता है हो सकता है कोई दिमाग से बहुत तेज हो और कोई दिमाग से थोड़ा धीमा लेकिन सबको ईश्वर बनाते हैं सब में कुछ ना कुछ कमी होती है हर इंसान बराबर नहीं होता है इसलिए जो भी है उसको एक्सेप्ट करके चलना चाहिए ना की किसी पर बिना वजह अपने विचार थोपना चाहिए।

Conclusion :- Pati Ka Dharm Kya Hota Hai


तो हमें उम्मीद है आपको हमारी यह जानकारी Pati Ka Dharm Kya Hota Hai अच्छी लगी होगी । अगर आपके मन में कोई और सवाल हो तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं ब्लॉग पर आने के लिए आपका धन्यवाद
RK

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