इन 10 बातों से जाने - रिश्तेदारी कैसे निभाए ? - Rishtedari Kaise Nibhaye - How to Manage Family Relationships

इन 10 बातों से जाने - रिश्तेदारी कैसे निभाए ? - How to Manage Family Relationships - Rishtedari Kaise Nibhaye

 

रिश्तेदारी कैसे निभाए ? - How to Manage Family Relationships - Rishtedari Kaise Nibhaye

 

 

रिश्तेदारी कैसे निभाए - Rishtedari Kaise Nibhaye

Relationship Tips : आज के समय में रिश्ते को निभाना बहुत ही मुश्किल होते जा रहा है कारण बहुत सारे हैं आज लोग रिश्तो का मतलब लाभ हानि देखते हैं । आज लोग रिश्ते ज्यादातर इसलिए निभाते हैं कि उनमें उनका स्वार्थ छुपा होता है । यदि रिश्ते में उनकी इच्छा पूरी होती है उनका स्वार्थ पूरा होता है तो लोग उस रिश्ते को बखूबी निभाते हैं । 

जब उन्हें लगता है कि इस रिश्ते को निभा कर उन्हें कोई फायदा नहीं होगा तो वह रिश्ते एक पल में तोड़ देते हैं । जैसे कि अगर आप पैसे वाले हैं और आपके पास सब कुछ है तो लोग आप से हाथ मिलाएंगे आप से बातें करेंगे आपसे रिश्ता निभाएंगे । 

आपकी खुशी में शामिल होंगे और जैसे ही आपका गरीबी आएगा आपके पास पैसे की कमी आएगी तो सबसे पहले रिश्तेदार साथ छोड़ देते हैं । उसके बाद अपने भी साथ छोड़ कर चले जाते हैं । ऐसा अक्सर देखा जाता है कि रिश्ते नाते जो दूर के होते हैं वह तो पहले रिश्ते तोड़ देते हैं लेकिन जो अपने होते हैं वह भी रिश्ता तोड़ने में नहीं चूकते खासकर जब इंसान की जिंदगी में गरीबी आती है तब 

लेकिन जब इंसान के पास सब कुछ होता है तो उसके पास सारे रिश्तेदार भी होते हैं अपने भी होते हैं । जब इंसान के पास कुछ नहीं होता तो उसके सारे रिश्ते नाते टूट जाते हैं एक पल में । इसे पता चलता है कि लोगों ने सारे रिश्ते अपने अपने स्वार्थ पूरे होते रहने के लिए जोड़ रखे हैं। 


ऐसा नहीं है कि सारे रिश्तेदार या रिश्ते नाते खराब होते हैं मगर आज के समय में काफी सारे रिश्ते अपने स्वार्थ के वजह से जुड़े होते हैं ऐसे में लोगों को समझना चाहिए कि रिश्तो मैं लाभ हानि नहीं देखनी चाहिए फायदा या घाटा नहीं देखना चाहिए । रिश्तो को दिल से निभानी चाहिए रिश्ते जीवन का आधार होते हैं 
 
जीवन को चलाने के लिए मजबूत बनाए रखने के लिए सुख दुख में एक दूसरे का साथ देने के लिए एक दूसरे के साथ खड़े रहने के लिए रिश्तो का अहमियत बहुत ही ज्यादा होता है । आज हम आपको बताएंगे कि रिश्ते कैसे निभाए जाते हैं रिश्ते निभाने के लिए आपको कौन-कौन सी बातों का ध्यान रखना पड़ता है तो आइए जानते हैं रिश्तेदारी कैसे निभाए ? How to Manage Family Relationships - Rishtedari Kaise Nibhaye
 

रिश्तेदारी कैसे निभाए ? - How to Manage Family Relationships - Rishtedari Kaise Nibhaye



हर रिश्ते को अहमियत दें:-


रिश्ता कोई भी हो चाहे पति-पत्नी का हो या दोस्त का हो या सगे संबंधियों का हो या अपनों का सभी रिश्ते को हमें बराबर अहमियत देना चाहिए सब को एक साथ लेकर चलना चाहिए किसी को छोटा या बड़ा नहीं समझना चाहिए । सभी रिश्ते एक दूसरे के सहायक होते हैं सभी की जरूरत हमें जिंदगी के हर मोड़ पर पड़ती है किसी भी रिश्ते की अहमियत तब हमें समझ में आती है जब उसकी हमें जिंदगी में जरूरत पड़ती है और रिश्ते नातों की जरूरत समाज को हमेशा रहती है 
 
समाज में सभी को एक साथ मिल जुल कर रहना चाहिए । जब सब एक साथ मिलजुल कर रहेंगे तो जिंदगी में मुसीबतें चाहे कितना भी आ जाए सभी का सलूशन निकल आएगा । लेकिन जब हम रिश्ते नातों से अलग हो जाते हैं छट जाते हैं तब जब हमारी जिंदगी में मुसीबत आती है तो वैसे समय में हम टूट जाते हैं । जबकि हमारे पास सभी रिश्ते नाते हो तो उनकी सहायता से हम मुसीबतों को दूर कर सकते हैं इसलिए सभी रिश्ते को बराबर अहमियत देनी चाहिए ‌।


गलतियों को माफ करना सीखें:-


रिश्तो को जोड़े रखने के लिए एक दूसरे की गलतियों को माफ करना सीखे गलतियां जाने अनजाने में किसी से भी हो सकती है छोटे बड़ों किसी से भी हो सकती है माफ कर देना चाहिए । क्योंकि गलतियों को अगर हम माफ नहीं करेंगे तो फिर सामने वाला व्यक्ति टूट जाएगा । जबकि हमें ऐसा नहीं करना चाहिए हमें किसी को भी एक बार संभलने का मौका देना चाहिए और रिश्ते नाते जिंदगी को खूबसूरत बनाते हैं । 
 
कई बार ऐसा होता है हमारे आसपास रिश्ते जो होते हैं भाई बहन पति पत्नी सगे संबंधी उनमें से किसी से भी गलतियां हो जाती है ऐसे में आजकल बहुत सारे लोग छोटी सी गलतियां हो जाने पर भी रिश्ते भुला देते हैं । जबकि हमें ऐसा नहीं करना चाहिए हमें माफ करना चाहिए सभी को । क्योंकि अलग रहने में कोई मजा नहीं है सब को एक साथ लेकर चलने में जो खुशी मिलती है वह अलग रहने में नहीं मिलती इसलिए सब की गलतियों को माफ करना चाहिए ।

किसी के बहकावे में ना आएं:-


कई बार हमारे आसपास कुछ ऐसे लोग होते हैं जो हमें हमारे ही परिवार या रिश्तेदार के खिलाफ वह कहते हैं हमें उनकी बातों की ओर ध्यान नहीं देना चाहिए । हमें कानों से सुनी हुई बातों पर विश्वास नहीं करनी चाहिए हमें अपने तरीके से जांच पड़ताल करनी चाहिए । किसी के बारे में कोई भी विचार अपने मन में पालने से पहले हमें खुद से उस इंसान को अपनी बातों या बुद्धि से नापतोल कर देखना चाहिए । क्या वह इंसान सच में गलत है या नहीं अन्य किसी के बहकावे में आकर हमें अपने रिश्ते कभी भी खराब नहीं करनी चाहिए जब तक कि हम खुद अपनी आंखों से देख या कानों से सुन न लेते।
 

रिश्तेदारी कैसे निभाए ? - How to Manage Family Relationships - Rishtedari Kaise Nibhaye



रिश्तो को पैसे से ना तौले:-


आजकल सभी रिश्ते एक दूसरे से पैसों की वजह से जुड़े रहते हैं अगर आपके पास पैसे हैं तो सभी आपसे रिश्ता जोड़ते हैं पैसे नहीं है तो सभी रिश्ता एक पल में तोड़ लेते हैं । जबकि रिश्ते को कभी भी हमें पैसों से जोड़कर नहीं देखना चाहिए रिश्ते बहुत अनमोल होते हैं उनकी जरूरत हमें जिंदगी के किसी भी मोड़ पर पड़ सकती है । 
 
पैसों से जिंदगी की जरूरत को तो पूरा कर सकते हैं लेकिन असली खुशी हमें रिश्तो के साथ रहने में होती है हम अकेले रहकर पैसा अपने पास रख कर क्या कर लेंगे अकेले रहने में या पैसा हो जाने पर हमें खुशी नहीं मिलती है । खुशी तो हमें सबके साथ खुशी मनाने मिलती है सबके साथ एक साथ रहने में मिलती है इसलिए रिश्ते को कभी पैसों से ना तौले।
 

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रिश्तो में विश्वास बनाए रखें:-


किसी भी रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए उसमें विश्वास का होना बहुत जरूरी होता है रिश्ता चाहे पति-पत्नी का हो या भाई-बहन का हो या सगे संबंधियों का हो रिश्तो में विश्वास का होना बहुत जरूरी होता है । अगर रिश्ते में विश्वास नहीं होगा तो रिश्ते ज्यादा समय तक नहीं चल पाएंगे एक पल में जिंदगी के किसी मोड़ पर टूट जाएंगे इसलिए रिश्तो में विश्वास बनाए रखने के लिए एक दूसरे के साथ पूरी ईमानदारी के साथ अपना रिश्ता निभाएं । कभी किसी से कोई बात ना छुपाए और जरूरत पड़ने पर मदद करें 
 
अगर आप जरूरत पड़ने पर सबकी मदद करेंगे तो रिश्ते मजबूत होंगे । क्योंकि अक्सर ऐसा देखा जाता है कि जब हमें दुख की घड़ी में अपनों की सबसे ज्यादा जरूरत होती है तो अक्सर हमारे आसपास के रिश्ते हमें छोड़ कर चले जाते हैं हमारा दुख में साथ छोड़ देते हैं इससे हमें अपनों का या परायो का ज्ञान होता है । इसलिए हमें कभी किसी के दुख में साथ नहीं छोड़ना चाहिए । दुख में साथ देना चाहिए जब हम किसी के दुख में साथ देंगे तो सामने वाला हम पर विश्वास करेगा वह भी हमारी दुख की घड़ी में हमारा साथ देगा।



किसी को कभी निचा न दिखाएं:-


हमें कभी किसी को नीचा नहीं दिखाना चाहिए चाहे हमारा परिवार का कोई भी संबंधी जैसे पति-पत्नी या भाई या दोस्त या रिश्तेदार कोई भी क्यों ना हो गलतियां होने पर कभी किसी को नीचा नहीं दिखाना चाहिए। बल्कि उन्हें समझाना चाहिए कि उनसे कहा गलती हो गई हो हो सकता है कि वह अपनी गलतियों से सीख कर उस गलती को सुधार दें । और आगे से वह गलती कभी ना दोहराएं । 
 
क्योंकि जब हम किसी को उसकी गरीबी में या उससे हुई गलतियों पर उसे हम नीचा दिखाते हैं तो वह इंसान अंदर से टूट जाता है और जरूरत पड़ने पर वह इंसान हमारी मदद नहीं करता है वह भी हमें आंख दिखा कर चला जाता है । इसलिए हमें कभी भी किसी को नीचा नहीं दिखाना चाहिए किसी का अनादर नहीं करना चाहिए समय सबका बराबर रिस्पेक्ट करना चाहिए छोटे हो या बड़े हो सबकी हमें बराबर रिस्पेक्ट करनी चाहिए । जितना आदर सम्मान बड़ों को मिलना चाहिए उतना ही छोटे को भी मिलना चाहिए।

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रिश्तो में लाभ हानि ना देखें:-


रिश्तो में लाभ हानि बिल्कुल भी ना देखें रिश्ते बहुत अनमोल होते हैं रिश्तो को लाभ हानि से जोडकर नहीं रखना चाहिए रिश्तो की जरूरत हमें जीवन के किसी भी मोड़ पर पड़ सकती है हम इस दुनिया से जब छोड़कर जाते हैं । तो हमारे कर्म जो हम अपने परिवार या रिश्तेदारों से अपनी जिंदगी में निभाए रहते हैं वही कर्म विचारों के रूप में लोगों के या रिश्तेदारों के मन में याद रहते हैं । 
 
जब हम उनके साथ अच्छा करेंगे तो वह भी हमारे बारे में अच्छा सोचेंगे जब हम उनके बारे में बुरा सोचेंगे या उनके साथ बुरा करेंगे तो वह भी हमारे बारे में कभी अच्छा नहीं सोचेंगे । क्योंकि हमें रिश्तेदारों की जरूरत कभी भी पड़ सकती है जैसे कि आप अपने घर में किसी से भी रिश्ते नाते अच्छे से निभाते हैं और जब  कभी आपके साथ कुछ ऐसा वैसा हो जाए । 
 
अगर आपके परिवार के लोगों को मदद की जरूरत पड़ती है तो वैसे समय में रिश्तेदार ही काम आते हैं अगर आपने अपने रिश्तेदारों के साथ अच्छे से रिश्ते निभाए  होते हैं तो वह भी जरूरत पड़ने पर आपके परिवार की मदद करते हैं इसलिए हमें रिश्तो को अहमियत देने चाहिए और रिश्ते अच्छे से निभाने चाहिए ।

फाइनेंसियल फ्री हो:-


वैसे तो रिश्ते दिल से निभाए जाते हैं लेकिन लोग आजकल रिश्ते पैसों से निभाते हैं जिसके पास जितने ज्यादा पैसे रहते हैं उसका साथ सभी लोग देते हैं । जिसके पास कुछ नहीं रहता उसका साथ कोई नहीं देता रिश्तेदार तो दूर । अपने जो खाश अपने होते अपने परिवार के लोग भी बुरे समय में हमारा साथ छोड़ देते हैं। ऐसे समय में हमें बहुत ही मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इसलिए हमें फाइनेंसियल फ्री होने के बारे में सोचना चाहिए समय रहते ।
 
अगर हमें पैसों की समस्या रहेगी तो रिश्ते नाते टूटते बिखरते रहेंगे कोई हमारा साथ नहीं देगा क्योंकि आजकल रिश्ते ज्यादातर पैसों से जुड़े रहते हैं । इसलिए हमें फाइनेंसियल फ्री होना चाहिए अपने आमदनी के स्रोत को बढ़ाना चाहिए हमें बिजनेस के स्रोत को बढ़ाना चाहिए । हम एक से ज्यादा बिजनेस करेंगे तो हमारे पास बहुत सारे पैसे होंगे जिससे जिंदगी के सभी जरूरतों को पूरा किया जा सकता है । 
 
क्योंकि आजकल देखा जाता है कि जब पति पत्नी में से किसी एक की मृत्यु हो जाती है जैसे कि एग्जांपल के तौर पर किसी नए जोड़े की हाल ही में शादी हुई हो और शादी के कुछ सालों बाद अगर पति की मौत हो जाए और पत्नी अकेली रह जाए और उसके साथ एक छोटा बच्चा हो तो अक्सर ऐसा देखा जाता है कि अपने भी साथ छोड़ देते हैं । बेचारी पत्नी अपने बच्चे को लेकर दर-दर की ठोकरें खाते फिरती है और अपने रिश्तेदार यहां तक के पैदा करने मां-बप भी साथ छोड़ देते हैं ससुराल से भी निकाल दिए जाते हैं । 

ऐसे समय में एक विधवा औरत को अपने बच्चे के साथ जिंदगी की ठोकरें खानी पड़ती है । इसलिए जिंदगी में कभी भी कुछ भी हो सकता है । और जिंदगी जीने के लिए पैसों की बहुत ज्यादा जरूरत पड़ती है । हम नहीं जानते कि हमारे साथ कल क्या हो जाए इसलिए हमें पैसों को लेकर कभी अपनी जिंदगी में कमी नहीं होने देनी चाहिए पैसों की जरूरत हमेशा पड़ती है ।
 
पैसा जिंदगी की सबसे बड़ी जरूरत है इसलिए हमें पैसे कमाने के बारे में सोचना चाहिए चाहे रिश्ते नाते साथ दे या ना दे । लेकिन पैसों की कमी हमें नहीं होने देना चाहिए किसी भी हाल में पैसे कमाने के बारे में हमें सोचना चाहिए । हमें अपनी आमदनी के स्रोत को बढ़ाना चाहिए ज्यादा से ज्यादा पैसे हम कैसे कमा सकते हैं इसके बारे में हमें सोचना चाहिए । आज के समय में बहुत ही ज्यादा जरूरी होता है 
 
क्योंकि जब दुख होता है तब हमारे सारे रिश्ते नाते हमारा साथ छोड़ जाते हैं। इसलिए एक व्यक्ति को सोचना चाहिए कि उसकी जिंदगी उसके हाथ में नहीं है इस दुनिया में कभी भी किसी के साथ कुछ भी हो सकता है । इसलिए अपने परिवार की रक्षा करने के लिए उनकी जरूरत को पूरा करने के लिए व्यक्ति को अपने धन कमाने पर ज्यादा जोर देना चाहिए । ज्यादा से ज्यादा पैसे कमाने चाहिए कि उसके रहने या ना रहने पर उसके परिवार को कोई दुख ना हो भले ही रिश्तेदार साथ दे या ना दे।
 

Conclusion :- Rishtedari Kaise Nibhaye


तो हमें उम्मीद है आपको हमारी यह जानकारी Rishtedari Kaise Nibhaye अच्छी लगी होगी । अगर आपके मन में कोई और सवाल हो तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं ब्लॉग पर आने के लिए आपका धन्यवाद

RK

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